( माणकमल भंडारी )
भीनमाल । राजस्थान की पुण्यधरा भीनमाल नगर में जुंजाणी मार्ग पर नवनिर्मित नीलकंठ महादेव मंंदिर की 11 दिवसीय भव्य प्राण प्रतिष्ठा का आगाज 17 जनवरी से होगा।
कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए मंदिर निर्माता परिवार व आयोजन कमेटी द्वारा तैयारियां युद्व स्तर पर चल रही है। कार्यक्रम में देशभर से बड़ी संख्या में सांधु संत, महामंडेलश्वर, राज्य व राष्ट्रीय स्तरीय राजनेता और धार्मिक कलाकर भाग लेगे। मान्यता है कि राजा नाग भट्ट ने 730 ईसी में जब अफगान के राजा शाह जुनैद को भारत की सीमा से खदेड़ कर वापस उज्जैन नगरी भगवान महाकाल दर्शन के लिए जा रहे थे । तब उन्हे मंदिर के इसी स्थान पर सपना आया और उन्हे भगवान महाकाल ने रूकने के लिए कहा। फिर अफगानो ने दुबारा अनीतिपूर्ण हमला किया जिसे राजा नाग भट्ट प्रथम ने पुन: खदेड दिया। राजा नाग भट्ट ने इसी स्थान पर शिवलिंग और नीलंकठ महादेव मंदिर की स्थापना की। इसी स्थान पर 1500 वर्ष बाद स्थानीय निवासी राव मुफतसिंह उमसिंह ओबावत परिवार द्वारा नगर धनी वाराहश्याम भगवान की प्रेरणा व आज्ञा से नीलंकठ महादेव मंदिर का पुन: निर्माण करवाया गया।
4.5 एकड में फैला हुआ है परिसर
यह होगे कार्यक्रम
नीलंकठ महादेव मंदिर ज्योतिर्लिंग सोमनाथ महादेव मंदिर की शैली से बना हुआ। जो 4.5 एकड के क्षेत्र में फैला हुआ है। जिसमें एक यज्ञशाला और उद्यान का निर्माण करवाया गया है। नीलकंठ महादेव मंदिर के पुन निर्माण कार्य को पूर्ण करने में मुफतसिंह उमसिंह राव परिवार को 12 वर्ष का समय लगा।
महोत्सव के तहत मंगलवार 17 जनवरी को सवेरे 10 बजे भव्य कलश यात्रा का आयोजन होगा। बुधवार 18 जनवरी को सवेरे 10.29 से 11.57 मूर्ति प्राण प्रतिष्ठा, दोपहर 12.30 बजे रामकथा व रात्रि में भंजन संध्या का आयोजन होगा। जिसमें ख्यातिनाम भजन कलाकार प्रकाश माली एंड पार्टी द्वारा भव्य भजनो की प्रस्तुतियां दी जाएंगी। गुरुवार 19 जनवरी को सवेरे 9 बजे से यज्ञ व दोपहर 12.30 से राम कथावाचन किया जाएगा । शुक्रवार 20 जनवरी को प्रात: 9 बजे यज्ञ, दोपहर 12.30 बजे रामकथा व रात्रि भजन संध्या का आयोजन होगा। जिसमें ख्यातिनाम भजन कलाकार कीर्तिदान गढ़वी द्वारा प्रस्तुतियां दी जाएंगी। शनिवार 21 जनवरी को सवेरे 9 बजे यज्ञ, दोपहर 12.30 बजे राम कथा वाचन व रात्रि में भंजन संध्या का आयोजन होगा। जिसमें गीता रेबारी व छोटूसिंह रावणा द्वारा भव्य भजनो की प्रस्तुतियां दी जाएगी। रविवार 22 जनवरी को सवेरे 9 बजे यज्ञ व दोपहर 12.30 बजे से रामकथा वाचन किया जाएगा। सोमवार 23 जनवरी को सवेरे 9 बजे से यज्ञ, दोपहर 12.30 बजे से रामकथा का वाचन व रात्रि में भजनो की प्रस्तुतियां दी जाएगी। जिसमें ख्यातिनाम भजन कलाकार मनोज रिया एंड पार्टी द्वारा भजनो की प्रस्तुतियां दी जाएगी। मंगलवार 24 जनवरी को सवेरे 9 बजे यज्ञ, दोपहर 12.30 बजे रामकथा वाचन व रात्रि में भजन संध्या का आयोजन होगा। जिसमें सुप्रसिद्व कालक कलाकार हंसराज रघुवंशी द्वारा प्रस्तुतिया दी जाएगी। बुधवार 25 जनवरी को सवेरे 9 बजे यज्ञ व दोपहर 12.30 बजे रामकथा वाचन होगा। गुरुवार 26 जनवरी को सवेरे 9 बजे यज्ञ व दोपहर 12.30 राम कथा वाचन होगा। शुक्रवार 27 जनवरी को सवेरे 9 बजे यज्ञ पूर्णाहूति, सवेरे 11 बजे फले चुनंदी व 11.30 से 1.30 बजे संतो का समागम होगा।
इनकी रहेगी पावन सानिध्यता
मीडिया प्रभारी माणकमल भंडारी ने बताया कि महोत्सव में जूना अखाडा आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानंन्दगिरी महाराज, तुलसी पीठाधीश्वर चित्रकूट जगदगुरू रामानंदाचार्य स्वामी रामभद्राचार्य महाराज, वृन्दावन उतरप्रदेश कार्ष्णि पीठाधीश्वर स्वामी शरणानंद महाराज, स्वामी गोविंद देवगिरी महाराज, मलूक पीठाधीश्वर जगद्गुद्वाराचार्य डॉ राजेन्द्रदास महाराज, परमार्थ निकेतन आश्रम हरिद्वार के स्वामी चिदांनन्द सरस्वती, वात्सल्य ग्राम वृन्दावन दीदी मां साध्वी ऋतंभरा, पंतजलि योगपीठ हरिद्वार योग ऋषि बाबा रामदेव महाराज, आचार्य बालकृष्ण, गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंदगिरी महाराज, अहिंसा विश्व भारती केन्द्र दिल्ली
आचार्य लोकेशमुनि महाराज, आदीचुनचन्गिरी मठ कर्नाटक निर्मलानन्दनाथ महाराज, गोवा के दतपद्नाथ पीठ के प्रमुख ब्रहोशानंदाचार्य स्वामी महाराज, राजकोट गुजरात के परमात्मानंद सरस्वती महाराज, तुलसाराम महाराज आसोतरा, सुरजकुंड धाम मंहत अवधेश चैतन्य ब्रहाचारी महाराज, गौधाम पथमेडा मंहत दतशरणानंद महाराज, गाजियाबाद मंहत नारायणगिरी महाराज, जोधपुर मंहत अचलांनंदगिरी महाराज, जोधपुर मंहत डॉ रामप्रसाद महाराज, युवाचार्य तखतगढ़ धाम पीठ स्वामी अभयदास महाराज, शिकारपुराधाम गादीपति दयाराम महाराज, परेऊ मंहत औकारभारती महाराज, साध्वी भगवतीबाई, हरिराम शास्त्री महाराज, तारातरा मंहत प्रतापपुरी महाराज, सुरेश्वर महादेव मंहत पर्वतगिरी महाराज, रामविचार महाराज जोधपुर, राधाकृष्ण महाराज, थांवला महंत सुखदेवभारती महाराज, नारणावास मंहत महेन्द्रभारती महाराज, वोवेश्वर मंहत रूपपुरी महाराज, लीलसर मंहत मोडेनाथ महाराज, कंवला मंहत हरिपुरी महाराज, कनाना मंहत परशुराम गिरी महाराज, पांचला सिद्व मंहत सूरजनाथ महाराज, राजाराम महाराज जोधपुर, रामप्रकाश महाराज जोधपुर, सिरे मंदिर जालोर मंहत गंगानाथ महाराज, कदली मंहत निर्मलदास महाराज, नीलंकठ महादेव मंदिर मंहत योगी सिद्धाईनाथ महाराज, गोल मंहत आशाभारती महाराज, भालणी मंहत देवगिरी महाराज, लेटा मंहत रणछोडभारती महाराज, पादरा मंहत मंगलगिरी महाराज, सारणेश्ववर मंदिर सरत मंहत शंकरस्वरूप ब्रहाचारी महाराज, पुनासा मंहत बाबूगिरी महाराज, गजीपुरा मंहत प्रेमभारती महाराज, भांडू मंहत शिवगिरी महाराज, करडा मंहत काशीनाथ महाराज, सावीधर राजगिरी महाराज, जुंजाणी मंहत अंताईनाथ महाराज, सुराणा मंहत मंगलाईनाथ महाराज, निंबावास मंहत अमृतनाथ महाराज, देवरीधाम भोपालगढ रामदास शास्त्री महाराज, लालासर साधरी मंहत सच्चिनंद महाराज, सिणधरी मंहत रघुनाथ महाराज, मोकलसर मंहत चेतनगिरी महाराज, महेन्द्रसिंह राणावत, बडगांव मंहत लहरभारती महाराज, नून मंहत रामपुरी महाराज, मायलावास एवं झडेश्वर महंत कुलदीपभारती महाराज, श्रीराम धाम खेडापा उताराधिकारी गोविंदराम शास्त्री, बाबा रामदेव के वंशज वर्तमान गादीपति राव भोमसिंह तंवर सहित सैकड़ो शंकराचार्या, महांमंडलेश्वर व सांधु संतो की सानिध्यता में होगा।
मूर्ति प्राण प्रतिष्ठा 18 जनवरी को
महोत्सव के तहत बुधवार 18 जनवरी को सवेरे 10.29 से 11.57 तक शुभ मुहूर्त में नीलकंठ महादेव मन्दिर की मूर्ति प्राण प्रतिष्ठा धूमधाम से होगी।
राम कथा का वाचन होगा
महोत्सव के तहत 18 से 26 जनवरी तक दोपहर 12.30 से 4.30 बजे तक राम कथा का आयोजन होगा। जिसमें कथावाचक राष्ट्रीय संत मुरलीधर महाराज द्वारा कथावाचन किया जाएगा।
विशाल धर्मसभा व महाप्रसादी (फले चुंदडी) 27 जनवरी को
महोत्सव में गोवर्धनमठ, पुरी पीठाधीश्वर, मज्जगद्गुरू शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद सरस्वती महाराज द्वारा शुक्रवार 27 जनवरी को सवेरे 11.30 से दोपहर 1.30 बजे तक विशाल धर्मसभा व संग्रोष्ठी का आयोजन होगा। इस दौरान महाप्रसादी (फले चुंदडी) का आयोजन होगा।
राजनेता भी शिरकत करेगे
प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव को लेकर परिवार के प्रतिनिधि प्रेमसिंह राव, खुंशवतसिंह राव व जगदेवसिंह राव के नेतृत्व में आमंत्रण पत्रिका वितरण का कार्य जोरो पर चल रहा है। कार्यक्रम में भाग लेने के लिए उतरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, उतराखंड के मुख्यमंत्री पुष्करसिंह धामी, हिमाचल के राज्यपाल राजेन्द्र विश्वनाथ आर्लेकर, गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सांवत, कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई, आसाम के मुख्यमंत्री हेमंत बिसवा सरमा, कर्नाटक के डीजीपी अमरकुमार पांडे, केन्द्रीय सडक़ एवं परिवहन मंत्री नितिन गडक़री, केन्द्रीय कृषि मंत्री नरेन्द्रसिंह तोमर, कृषि जल शक्ति मंत्री गजेन्द्रसिंह शेखावत, केन्द्रीय कृषि राज्य मंत्री कैलाश चौधरी व श्रीमती शोभा करंदलाजे और राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधराराजे सिधियां को आमंत्रण पत्रिका देकर कार्यक्रम में भाग लेने का न्यौता दिया गया।